गुरुवार, 9 अप्रैल 2015

एक चिड़िया अनेक चिड़िया

बच्चों, आज मैं तुम्हें एक ऐसी एनिमेटेड फिल्म के बारे में बताने जा रही हूँ, जिसे देखकर तुम्हारे मम्मी-पापा बड़े हुए हैं. इस एनिमेटेड फिल्म का नाम है "एक अनेक एकता" लेकिन हम इसे "एक चिड़िया अनेक चिड़िया" के नाम से जानते हैं.
इस फिल्म को भारत सरकार की फिल्म्स डिवीज़न ने बनाया था. 1974 में इसे दूरदर्शन पर रिलीज़ किया गया. इसकी निर्देशक विजया मुले और निर्माता भीमसेन खुराना हैं. इसे बच्चों और बड़ों ने खूब पसंद किया. ये फिल्म मज़ेदार तो है ही शिक्षाप्रद भी है. आप इसके बारे में विकीपीडिया पर और जानकारी पा सकते हैं. अभी बस ये फिल्म देखिये.




हिंद देश ... mmm mmm... हम सभी .... एक हैं ... तारा रा रा रा
भाषा अनेक हैं ... mmmm mmmm... भाषा अनेक हैं ....

यह अनेक क्या है दीदी ?
अनेक यानी बहुत सारे
बहुत सारे? क्या बहुत सारे ?
अच्छा, बताती हूँ

सूरज एक ...
चंदा एक .....
तारे अनेक ....

तारों को अनेक भी कहते हैं ?
नहीं नहीं !
देखो फिर से
सूरज एक , चंदा एक , एक एक एक करके तारे बने अनेक
ठीक से समझाओ ना दीदी

देखो देखो एक गिलहरी
पीछे पीछे अनेक गिलहरियाँ
एक तितली , ..... एक और तितली ......
एक एक एक करके हो गयी अब, अनेक तितलियाँ

समझ गया दीदी
एक उँगली , अनेक उंगलियाँ
हाँ!
दीदी दीदी वो देखो अनेक चिड़ियाँ ...

अनेक चिड़ियों की कहानी सुनोगे ....
हाँ हाँ
आ.. आ.. आ...
एक चिड़िया , एक एक करके अनेक चिड़ियाँ ..
दाना चुगने आयी चिड़ियाँ ...

सभी : दीदी हमें भी सुनाओ ना
तो सुनो फिर से ...
एक चिड़िया , अनेक चिड़ियाँ
दाना चुगने बैठ गयी थीं ...

हाय राम , पर वहाँ ब्याध ने एक जाल बिछाया था ...
ब्याध , ब्याध कौन दीदी ?
ब्याध ... चिड़िया पकड़ने वाला

फिर क्या हुआ दीदी , ब्याध ने उन्हें पकड़ लिया , मार डाला ?
हिम्मत से गर जुटे रहे तो
छोटे हो पर , मिले रहे तो
बड़ा काम भी होवे भैया ..
बड़ा काम भी होवे भैया ..

एक ..दो ..तीन ..
चतुर चिड़ियाँ... , सयानी चिड़ियाँ...
मिलजुल कर , जाल ले कर , भागी चिड़ियाँ
फुर्र.. ररर ...

दूर , एक गाँव के पास , चिड़ियों के दोस्त , चूहे रहते थे
और उन्होंने , चिड़ियों का जाल काट दिया
तो देखा तुमने , अनेक जब एक हो जाते हैं तो कैसा मज़ा आता है
दीदी मैं बताऊँ ...

हो गए एक ...
बन गयी ताकत ..
बन गयी हिम्मत ...

दीदी अगर हम एक हो जाएँ तो बड़ा काम कर सकते हैं ?
हाँ हाँ , क्यों नहीं
तो इस पेड़ के आम भी तोड़ सकते हैं ?
हाँ , तोड़ सकते हैं , पर जुगत लगनी होगी ...

अच्छा , जुगत , वाह ... बड़ा मज़ा आयेगा ..
हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं , -2
रंग-रूप वेश-भाषा चाहे अनेक है -2
एक-अनेक ... एक-अनेक ...

सूरज एक , चंदा एक , तारे अनेक ,
एक तितली , अनेक तितलियाँ
एक गिलहरी , अनेक गिलहरियाँ
एक चिड़िया , एक एक ... अनेक चिड़ियाँ


बेला गुलाब जूही चंपा चमेली ..... -2
फूल हैं अनेक किन्तु माला फिर एक
है ...-2 

1 टिप्पणी:

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