शनिवार, 4 अप्रैल 2015

नानी, कहानी सुनाओ... नहीं नहीं, नानी, कहानी सुनो....

प्यारे बच्चों, हम सब लोगों को हमारी नानी बहुत प्यारी होती है. होती है ना... मम्मी से कोई बात मनवानी हो तो उसका सबसे आसान तरीका पहले नानी को पटाना ही होता है... नानी मान गयी तो बस, मामला फिट...
अब नानी की बात हो और कहानी की बात ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता. वो राजा-रानी, परियां, चाँद पर की बुढ़िया, कुबड़ा जादूगर... कई तरह की हजारों हजार कहानियों का पुलिंदा होता है नानी के पास. पर क्या कभी ऐसा भी होता है कि बजाए नानी के कहानी सुनाने के, बच्चे नानी को कहानी सुनाते हैं? है ना अजीब बात... पर ऐसा भी होता है... अब चॉकलेट या आइसक्रीम के लिए नानी से पैसे लेने हों तो कम से कम एक कहानी तो सुनानी ही पड़ेगी ना नानी को... चलो तो तुम भी ऐसी एक कहानी पढो और सुनो... पहले नया एनिमेटेड विडियो और साथ में ओरिजिनल ब्लैक-एंड-वाइट विडियो भी... ध्यान रखना, ओरिजिनल विडियो हालांकि 65 साल पुराना है, पर तुम अब भी इसके स्टेप्स प्रैक्टिस कर के अपनी नानी को खुश कर सकते हो....

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए,
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए.

खा के पी के मोटे हो कर चोर बैठे रेल में,
चोरों वाला डब्बा कट कर पहुँचा सीधा जेल में,

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए,
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए.

उन चोरों की खूब खबर ली मोटे थानेदार ने,
मोरों को भी खूब नचाया जंगल की सरकार ने.

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए,
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए.

अच्छी नानी प्यारी नानी, रूस-रूसी छोड़ दे,
जल्दी से एक पईसा दे दे तू कंजूसी छोड़ दे.

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए,
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए.
  






6 टिप्‍पणियां:

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